पतझड बसंत

पतझड बसंत

सूरज हर शाम को ढल ही जाता है,
पतझड बसंत में बदल ही जाता है,
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना ,
समय कैसा भी गुजर ही जाता है |
Happy Basant Panchami

यादों

यादों

उजला अपनी यादों का हमरे साथ,
रहने दो न जाने किस जगह किस,
खड़ी जिंदगी की शाम हो जाये |

ठिकाना

ठिकाना

खबर ना होती कुछ सुबह की,
ना कोई शाम का ठिकाना था,
थके हार कर आना स्कूल से,
पर खेलने तो जरूर जाना था |

सुबह शाम

सुबह शाम

लड़की - डॉक्टर मेरी तबीयत बहोत
ज्यादा खराब है ,
कोई मेरा ख्याल नहीं रखता है ,
डॉक्टर - ऐसा करना सुबह शाम
खाना खाने के बाद
2 -2 फोटो whatsapp पर ओर
facebook
पर अपलोड करना
अच्छे से एडिट करके |

एक क्षण में

एक क्षण में

मनुष्य सुबह से शाम तक काम करके ,
उतना नही थकता है ,
जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में,
ही थक जाता है I

BK SHIVANI'

ज़िन्दगी की हर शाम.......

ज़िन्दगी की हर शाम.......

ज़िन्दगी की हर शाम हसीन हो जाए….,
अगर मेरी मोहब्बत मुझे नसीब हो जाये